यदि आप एक बिद्यार्थी है और आप कक्षा मैं अच्छे नम्बरों से पास होना चाहते है लेकिन पढ़ाई करते समय आपका मन पढ़ाई मैं नहीं लगता है। तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उत्तराखंड क्लब के आज के इस लेख मैं हम आपको पढ़ाई मैं मन कैसे लगाये विषय के ऊपर बात करने वाले है।
पढ़ाई के समय मन को काबू में रखना बहुत ही जरुरी काम होता है. क्यों की यदि हमारा मन काबू में नहीं रहेगा इधर उधर की चीजों को और भड़केगा तो इससे हमारी पढ़ाई कही न कही तो खराब होने वाली है साथ मैं हमरा कीमती समय भी नष्ट होने वाला है। इसलिए हम पढ़ाई के समय मन को काबू मैं रखने और पढ़ाई मैं मन लगने के लिए कुछ उपाय आपके साथ साझा कर रहे है।
- पढ़ाई के लिए किसी शांत जगह की तलाश करें
- पढ़ने का समय निर्धारित कर ले
- किताबों को साफ़ सुथरा रखें
- किताबों से प्यार करें
- गन्दी आदत न डालें
- प्रेरणा दायक चीजों को पड़े और देखे
1.- पढ़ाई के लिए किसी शांत जगह की तलाश करें – अक्सर देखा जाता है की जब भी हम किसी शोर शराबे या ध्यान भटकाने वाली जगह मैं बैठ कर पढ़ाई करते है तो हमारा मन पढ़ाई में कम और अपने आस पास हो रहे शोर या फालतु चीजों को देखने मैं लग जाता है। जिससे हमारी पढ़ाई को बहुत नुकशान पहुँचता है। इसलिए हमें अपने पढ़ाई करने के लिए किसी ऐसी शांत जगह की तलाश करनी चाहिए जहाँ आस पास का शोर भी न हो और कमरें मैं ऐसी चीजे भी न हो जिन्हें देख कर हमारा मन विचलित हो। कहने से तात्पर्य है की हमें किसी शांत जगह में बैठ पढ़ाई करनी चाहियें।
2.- पढ़ने का समय निर्धारित कर ले – यदि हमारा पढ़ने का समय सही रहेगा तो हमारा मन पढाई मैं भी सही लगा रहता है। क्यों की हमें पता होता है की कब हमें किस विषय को पढ़ना है और कितने समय के लिए पढ़ना है। इसलिए सबसे पहले पढ़ने का समय तय कर ले और उस हिसाब से ही हम अपने मन पसंद विषय को पढ़ सकते है।
3.- किताबों को साफ़ सुथरा रखें – यदि हमारी किताबें साफ़ सुथरी नहीं होती है तो हमारा मन किताब को देख कर ही पढ़ने से दूर हटने लगता है। स्वभाव सी बात है की यदि हमारी आँखे अच्छा देखती है तो हमारे मन को भी अच्छा ही सन्देश प्राप्त होता है। इसलिए किताबों को साफ़ सुथरी रखनी जरुरी है आप चाहे तो अपने किताब के ऊपर अपने मन पसंद के हिसाब से कवर फोटो लगा सकते है ताकि जब भी आप अपने किताब को खोले तो आपको एक अलग सी ख़ुशी मिले और आप पढ़ने की और उत्साहित हो उठे। आप अपने किताब पर अपने हॉबी और अपने गोल के हिसाब से भी कवर लगा सकते है यह आपके लक्ष्य को प्राप्त करने मैं सहायता करेग।
4.- किताबों से प्यार करें – किताबों से प्यार करें। कहने से तात्पर्य है की पढ़ाई मैं रूचि का होना भी जरुरी है। यदि आप एक बिद्यार्थी हो और पढ़ाई मैं आपका मन नहीं लगता है तो इसका मतलब यह होता है की आपने अभी तक अपने लक्ष्य नहीं जाना है की आखिर आपको करना क्या है। यदि आप अपनी जिंदगी मैं कुछ हासिल करना चाहते है तो उसको प्राप्त करने के लिए आपको पढ़ाई तो करनी ही होगी। पढ़ाई करने के लिए उसमें रूचि का होना भी जरुरी होता है तभी आप किताबों से प्यार कर पायेंगे और जब आप किताबों से प्यार करना सीख जायेंगे तब आपका मन अपने आप पढ़ाई करने के लिए तैयार हो जायेगा।
5.- गन्दी आदत न डालें – एक बिद्यार्थी के जीवन को गन्दी आदतें बहुत ज्यादा प्रभावित करती है। गन्दी आदतों मैं हमने शामिल किया है जैसे की ज्यादा देर तक टेलीविजन देखना या हम ये कह सकते है की पढ़ाई के समय मैं भी आप टीवी देख रहे है या मोबाइल का प्रयोग कर रहे है तो इन्हें हम गलत आदतें कह सकते है। जो की हमें पढ़ाई के दौरान तो बिलकुल भी नहीं करनी चाहियें। हम आपको ये नहीं कहते की आप टीवी मत देखो। लेकिन अपने पढ़ाई के समय मैं टीवी देखना कोई समझदारी की बात नहीं होती है। इसलिए इन आदतों को सुधारना एक बिद्यार्थी जीवन मैं बहुत जरुरी कदम होता है।
6.- प्रेरणा दायक चीजों को पड़े और देखे – प्रेरणा दायक चीजों को देखने और पढ़ने से हमारा जीवन बहुत प्रभावित होता है। वो कहते हैं न की जैसा देखोगे वैसा सोचोगे। हमने क्या देखा और हमने क्या सुना इन सब बातों का असर हमारें दिमाक पर बहुत ज्यादा पड़ता हैं। इस लिए कोशिस करें की प्रेरणा दायक चीजों को सुने जिससे आपका पढ़ाई के प्रति मन बना रहे। आप यूट्यूब और इंटरनेट के मदद से या प्रेरणा दायक किताबों को भी अपनी रोजाना की ज़िन्दगी मैं पढ़ सकते हैं। लेकिन एक बात दुबारा बताना चाहिँगे की सोशल मीडिया का ज्यादा उपयोग करना बिद्यार्थी जीवन मैं गलत हैं।