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बिच्छू घास ( कंडाली ) से  चायपत्ती बनाने का व्यवसाय

by Surjeet Singh
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कोरोना काल के बाद  बढ़ती बेरोजगारी के कारण  आज कल हजारों लोगों  रोजगार की तराश कर रहे है जहाँ रोजगार प्राप्त कर पाना एक चिंता का बिषय है  वही देखे तो  उत्तराखंड मैं रह रहे बेरोजगार युवाओं को उत्तराखंड  क्लब द्वारा तरह तरह के रोजगार बिकल्प बतायें जाते है जिनमें से एक चायपत्ती बनाने का व्यवसाय भी है. आज हम आपको उत्तराखंड मैं पाए जानें वाले बिच्छू घास से चायपत्ती बनाने के ब्यवसाय के बारें मैं बताने वाले है की किस तरह आप उत्तराखंड मैं रह कर आपने लिए रोजगार का अवसर तराश सकते है|

क्या है बिच्छू घास से चायपत्ती बनाने का व्यवसाय

जैसा की हम सभी लोग जानते ही है आजकल चायपत्ती बनाने मैं तरह तरह के चीजों का प्रयोग किया जाता है उन्ही मैं से एक है उत्तराखंड मैं पाए जानें वाले बिच्छू घास. जिसे की स्थानिया बोलियों मैं कण्डाली के नाम से भी जाना जाता है  इसमें बिभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों के साथ बिटामिनस पाएं जाते है जो की हमारे शरीर के लिए लाभदायक होती है इसके माध्यम से हम लोग चायपत्ती बनाने का व्यवसाय शुरू कर सकते है.

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शुरुवाती समय मैं हम इसमें कम से कम 50 हजार रूपए लगा कर इस कार्य को कर सकते है इसके लिए हमें अधिक मात्रा मैं बिच्छू घास का उत्त्पादनं करना होगा जिससे उत्पादन  को यथावत चालू  रखा जा सके. और जानकारी के लिए बता दे की इस कार्य को शुरू करने से पहले आपको भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण  से लाइसेंस प्राप्त कर लेना है. ताकि व्यवसाय मैं किसी तरह की समस्या न आये. चलिए  अब जान लेते है की किस तरह हम कण्डाली से एक स्वादिष्ट चायपत्ती बना सकते है|

बिच्छू घास से चायपत्ती बनाने  की सामग्री

  1. अच्छी मात्रा मैं बिच्छू खास
  2. एक पैकेजिंग मशीन
  3. हाथ के लिए ग्लब्ज
  4. प्लास्टिक की पन्निया

बिच्छू घास से चायपत्ती बनाने की बिधि

बिच्छू घास से चायपत्ती बनाने का तरीका बहुत ही आसान है इसे सरल तरीके से बनाया जाता है. सबसे पहले हाथों मैं ग्लब्ज पहन कर बिच्छू घास को आवशकता अनुसार खेत से काट लेना है उसके बाद इसे सूखने के लिए कुछ दिन धूप मैं छोड़ देना है जब यह अच्छी तरह सुख जाये तब इसकी पत्तियों को हाथ मैं ग्लब्ज की सहायता से तोड़ लेना है| लेकिन ध्यान रहे की इसमें हम को केवल पत्तियों को ही प्रयोग मैं लाना है. इसके बाद सभी तोड़े गए पत्तियों को हाथ से मसल के बारीक़ कर लेना है अब आपके सामने चायपत्ती बनके तैयार है.

आप इसे और अधिक स्वादिस्ट और पौष्टिक बनाने के लिए इसमें तुलसी, नीम के पत्ते और हलकी मात्रा मैं अदरक का प्रयोग कर सकते है इसके बाद इसकी अच्छे से पैकेजिंग करके बाजार मैं बेचने के लिए ले जा सकते है|

किस तरह से आप अपने  ब्यवसाय को बढ़ा  सकते है

  1. अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करके इसे बढ़ा सकते है
  2. आस पास के बाजारों मैं दुकानदार से संपर्क करके चायपत्ती बेच सकते है
  3. सोशल मीडिया के जरिये मार्केटिंग कर सकते है
  4. स्थानिया लोगों की सहायता ले सकते है

 

 

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