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उत्तराखंड के प्रमुख नदियां

by Surjeet Singh
उत्तराखंड के प्रमुख नदियां

देवभूमि उत्तराखंड अपने पवित्र स्थलों एवं धामों के लिये पुरे देश भर में मशहूर है। यहाँ कि हर एक चीज पवित्र होंने के साथ साथ अपना धार्मिक एवं पौराणिक महत्व के तौर पर जानी जाती हैं। हजारो श्रद्धालुओं को आकर्षित करती यहाँ कि पवित्र नदिया ऐतेहासिक तौर पर विशेष महत्व  एवं कार्यो के लिए जानी  जाती हैं। आज हम आपको उत्तराखंड के प्रमुख नदियां के बारे में बताने वाले हैं। इन नदियों का मानव जीवन में बहुत अत्यधिक महत्तव है।  यह खेती की  सिंचाई व विधुत उत्पादन में सहायक है।

उत्तराखंड के प्रमुख नदियां
  1. गंगा नदी
  2. काली नदी
  3. रामगंगा
  4. यमुना नदी
  5. भगीरथी
  6. अलकनंदा
  7. गौला नदी
  8. टोंस नदी
गंगा नदी

यह नदी भारत देश की प्रमुख नदियों में से एक है। गंगा नदी का जन्म स्थल उत्तराखंड के गंगोत्री स्थान से माना जाता है।  किन्तु गंगा नदी का उद्गम स्थल 19 मील दूर श्रीमुख नामक पर्वत की चोटी पर स्थित है। गंगा नदी भारत से बांग्ला देश तक 2510 किमी कि दुरी तय करती है।  यह उत्तराखंड के हिमालय पर्वत से निकल कर बंगाल कि खाड़ी तक व भारत के एक चौथाई भाग को सींचती एवं प्रभावित करती है।   यह नदी भारत के अलग अलग स्थानो से जैसे झारखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार,पश्चिम बंगाल से होकर निकलती है।

काली नदी

इस नदी का उद्गम स्थल उत्तराखंड राज्य के पिथौरागड़ जिले के वृहद्तर हिमालयो से 3 ,600 मीटर ऊंचाई पर कालापानी नामक स्थान से है। इस नदी कि कुल लम्बाई 465 किलो० मीटर है। यह नदी भारत व बंगाल के बॉडर का कार्य करती है। इस नदी को भिन्न भिन्न नामो जैसे  सारदा, महाकाली एवं काली गंगा के नाम से पुकारते हैं । यह नदी का मिलन जौलजीबी व गोरी नदी स्थल पर समापन होता हैं।

रामगंगा

रामगंगा नदी उत्तराखंड के प्रमुख नदियां जिसकी अपने आप  में से एक अपनी अलग छवि है।  इस नदी का उद्गम स्थल पौड़ी गढ़वाल के हिमालयो के दक्षिणी भाग से निकल कर नैनीताल समीप होते हुए उत्तरप्रदेश को निकलती है।  इस नदी के माध्यम से अधिकतम खेती की सिंचाई होती है। रामगंगा नदी की लम्बाई 188 किलो मीटर है। इस नदी से भारत देश का 1 % सोना उपस्थित है। यह नदी कॉर्बेट नैशनल पार्क से होते हुई गुजरती है।

यमुना नदी

यमुना नदी उत्तराखंड के हिमालयो के 6387 मी० की ऊंचाई पर व इसका उद्गम स्थल यमुनोत्री ग्लेशियर पर स्थित है। यमुना नदी कुल लम्बाई 1,376 किमी० है। यह नदी वृंदावन ,मथुरा व दिल्ली से होकर निकलती है। यह नदी गंगा नदी की सहायक नदी है।

भगीरथी

यह नदी उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में उपश्थित है। भागीरथी नदी गौमुख स्थल से 26 किमी० लम्बे गंगोत्री हिमनद से प्रभावित होती है। यही से भागीरथी का उद्गम स्थल भी माना जाता है।  इस नदी की ऊंचाई समुन्द्र तल 619 मीटर है। इस नदी का अन्य नाम किरात नदी है।  भागीरथी नदी पर टिहरी बांध स्तिथ है। इस नदी की कुल लम्बाई 206 किमी० (125 मील) है।

अलकनंदा

यह उत्तराखंड के हिमालय पर्वतो में बहने वाली नदी है। अलकनंदा गंगा नदी की एक सहायक नदी है। अलकनंदा  नदी का जन्म स्थल उत्तराखंड के सतोपंथ व भगीरथ ग्लेशियरों के संगम पर स्थित है। अलकनंदा नदी को अन्य नदियों में से भारत में उच्तम स्थान दिया गया है। उत्तरीयभारत में धार्मिक धर्मो की बात आती है।  तो सर्वप्रथम गंगा जल को पवित्र माना जाता हैं। यह केवल नदियों में ही उयलब्ध होता हैं।

गौला नदी

यह नदी पर्वतीय क्षेत्रों से होकर इसका मिलन 7 ताल से होते हैं। जिसके पश्चात इस नदी का अंतिम बिंदु किच्छा हैं इस नदी को किच्छा के नाम से भी जाना पहचाना जाता हैं। इस गौला नदी कि अधिकतम लाबाई 500 किलो मीटर हैं अतः इस नदी का अंत रामगंगा नदी पर होता हैं। इस नदी  पर गुला बंद भी बनया गया हैं । जो पर्यटनो के लिए पिकनिक बनने के लिए काफी उच्तम स्थान बना जाता हैं।

टोंस नदी

यह नदी उत्तराखंड के कुंमाऊ मंडल के उत्तरकाशी जिले के बन्दर पूछ पर्वत के स्वर्गरोहिनी ग्लेशियर से निकलने वाली सुपिन नदी व हिमांचल के डोगरा क्वार से निकालनी वाली रूपी नदी के सम्मेलन से बनती हैं। टोन्स नदी कि लम्बाई 150 किलो मीटर हैं। अंत में यह नदी उत्तराखंड के कलसी नदी के निम्न में यमुना में इसका समापन होता है

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