- उत्तराखंड मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा स्वरोजगार योजना 2022
- उत्तराखंड किसान पेंशन योजना 2022
- स्वच्छ भारत अभियान टॉयलेट योजना
- उत्तराखंड बकरी पालन योजना 2022
- एकीकृत आदर्श कृषि ग्राम योजना
- मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2022
1- उत्तराखंड मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा स्वरोजगार योजना 2022
उत्तराखंड सरकार द्वारा बढ़ती बेरोजगारी को मध्यनजर रखते हुए बेरोजगार लोगों के प्रदेश के मुख्या मंत्री त्रिवेन्दर सिंह रावत द्वारा मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा स्वरोजगार योजना की शुरुवात की है| जिसके तहत राज्य के लगभग 10.000 बेरोजगार युवाओ को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है. आप सभी लोग जानते है की कोरोना महामारी के कारण हजारो युवाओ की नौकरियों चली गई है ऐसे मैं मुख्यामंत्री द्वारा इस योजना की शुरुवात हर बेरोजगार युवा को रोजगार पाने का सपना सच हो सकता है. इस योजना का मुख्य मकसद देश मैं बिजली बचत का है इस योजना मैं मुख्यमंत्री द्वारा हर एक बेरोजगार युवा को 25 हजार किलोवाट तक सोलर लगाने के लिए 20 लाख तक का लोन 15 सालो के लिए 8 प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जाएगा| जिससे उम्मीदवार बैंक की किश्तें आसानी से दे सकें और अपना रोजगार भी प्राप्त कर सकें|
उत्तराखंड राज्य मैं आज भी अधिकांश भमि ऐसी है जिसका उपयोग न तो कृषि के लिए किया जाता जाता है न ही वह किसी काम मैं लगी है ऐसे मैं उस भूमि का उपयोग सौर ऊर्जा लगाने के लिए किया जायेगा. जिसके तहत एक तरफ बिजली का उत्त्पादन होगा और दूसरी तरफ युवाओं को रोजगार भी मिल जायेगा. जिससे हर युवा 15 से 20 हजार रुपए महीने कमा सकते है. ऐसे मैं यह स्कीम उत्तराखंड मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा स्वरोजगार योजना 2022 युवाओं के लिए सुनहरा साबित हो सकता है|
- युवाओ को राज्य के अंदर ही रोजगार मिल जायेगा
- अधिक मात्रा मैं हो रहे पलायन को रोका जा सकता है
- सौर ऊर्जा लगने के कारण बिजली की बचत होगी
- बंजर भूमि का सदुपयोग हो सकता है
2- उत्तराखंड किसान पेंशन योजना 2022
उत्तराखंड सरकार द्वारा किसानो की बिगड़ती हालात व पलायन को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने किसान पेंसन योजना 2022 शुरू की है. जिसके तहत राज्य के हर कृषक को पेंसन देना का निश्चय किया गया है. उत्तराखंड किसान पेंसन योजना के तहत राज्य के 60 वर्ष से अधिक आयु वाले किसान को जिनके पास 2 हेक्टेयर तक भूमि हो एवं वह स्वयं खेती करते हो प्रत्येक भूमिधर किसान को 2000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से पेंसन देने का लक्ष्य तय हुवा है|
यह उत्तरखंड के किसानो के लिए एक अच्छी खबर मानी जा सकती है इसके द्वारा लाभार्थी किसान को कृषि करने मैं सहायता मिलेगी जिससे वह लोग अधिक से अधिक अनाज उगने के लिए सक्षम हो पाएंगे. इस स्किम से किसानो को होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार से है|
- योजना के द्वारा किसानो की ख़राब हो रही फसल मैं उनकी सहायता करना
- आर्थिक मद्दत मिल जाने कारण किसान नए किस्म के बीजो को खरीद सकते है
- फसल को कीटनाशको से बचने के लिए खाद्य पदार्थ भी खरीद सकते हैं
- अधिक लोगों को कृषि करने के लिए उत्शुक किया जा सकता है
3- स्वच्छ भारत अभियान टॉयलेट योजना
स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वछता का ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने टॉयलेट योजना शुरू की है जिसके तहत देश मैं रह रहे प्रत्येक गरीब रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवार को एक निशुल्क शौचालय देने का लक्ष्य रखा गया है. जिसका मकसद देश मैं स्वछता अभियान को बढ़ावा देना है जिससे देश मैं हो रही गन्दगी को कम किया जा सकता है. इसके लिए सरकार एक निश्चित धन राशि के तहत देश के प्रत्येक शहर मैं शौचालय निर्माण करवा रही है इससे होगा यह की घर के बहार शौचालय करने से होने वाली बीमारियों को कम किया जा सकता है. लेकिन यह योजना देश प्रदेश के हर परिवार के लिए नहीं है| इसके लिए सरकार ने कुछ बातों को ध्यान मैं रख कर ही योजना बनाई है. जैसे की लाभार्ती गरीब रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाला होना चाहिए. लाभार्ती शौचालय बनवाने मैं असमर्थ हो. लाभार्ती इस योजना का लाभ पहले न ले चूका हो आदि बातों को ध्यान मैं रखा ही इस योजना का लाभ दिया जा रहा है इस स्वच्छ भारत योजना से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार से है !
- देश के हर घर मैं शौचालय होगा
- गरीब परिवार को आर्थिक मदत्त मिलेगी
- स्वच्छ भारत का सपना साकार होगा
- देश मैं फैल रहे बिमारियों को रोका जा सकता है
4- उत्तराखंड बकरी पालन योजना 2022
प्रदेश मैं हो रहे बढ़ते बेरोजगारी दर और पलायन को देखते हुए राज्य की सरकार ने उत्तराखंड बकरी पालन रोजना निकाली है जिसके तहत प्रदेश के हर बेरोजगार युवा को बकरी पालन के उत्साहित किया जा रहा है जसिके लिए सरकार द्वारा उन्हें 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है. जिसकी मदत्त से हर एक बेरोजगार युवा रोजगार पाने का सपना साकार कर सकता है सरकार का इस योजना की शुरुवात करने का मुख्या लक्ष्य प्रदेश मैं हो रहे पलायन को रोकना है. सरकार का मानना है की यदि प्रदेश का युवा इस योजना का लाभ प्राप्त कर पता है तो वह गाँव मैं ही रहकर आत्मनिर्भर बन जायेगे जिससे उत्तराखंड राज्य मैं हो रहे पलायन को कम किया जा सकता है. बकरी पालन योजना के लिए सरकार द्वारा प्रोजेक्ट तैयार किये गए है जिसके आधार पर ही इच्छुक ब्यक्ति को बैंक के द्वारा लोन की सहायता दी जाती है. इस सुबिधा का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्ते राखी गई है. जैसे की इच्छुक ब्यक्ति मूल रूप से उत्तराखंड का निवासी होना चाहिए एवं वह पहले इस योजना का लाभ न ले चूका हो और सबसे अच्छी बात यह भी है की जो लोग इस काम को पहले से ही करते आ रहे है उन लोगो लो इस योजना मैं प्राथमिकता दी जाएगी. इस योजना से होने वाले लाभ कुछ इस प्रकार से है|
- इस योजना के माध्यम से सरकार प्रदेश मैं हो रहे पलायन को रोक सकती है
- इस योजना के तहत इच्छुक ब्यक्ति काम शुरू करने के लिए बैंक से लोन मिल सकता है
- उत्तराखंड का हर युवा आत्मनिर्भर बन सकता है
- प्रदेश मैं बढ़ती बेरोजगारी को कम किया जा रहा है
5- एकीकृत आदर्श कृषि ग्राम योजना
उत्तराखंड सरकार कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नयी नयी योजनाए शुरू करती आ रही है ताकि कृषि उत्पादन मैं बढ़ोतरी की जाये, इसी के लिए उत्तराखंड के मुख्या मंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एकीकृत आदर्श कृषि ग्राम योजना की शुरुवात की जिसका मुख्या उद्देश्य कृषको को उत्त्पादन मैं बढ़ोतरी के लिए उत्साहित करना है| जिससे की सीधा सा असर कृषको की आमदनी पर पड़ेगा| जिससे किसान उत्त्पादन के लिए नए नए तरीके अपनाये और उत्पादन को कही गुना बढ़ाया जा सके साथ ही किसान खेती के लिए नए नए उपकरण का उपयोग करके जैविक खेती को अपना सके. इस योजन तहत कृषको को 15 लाख रुपए तक की आर्थिक मदद मिल सकती है. इस योजना मैं संयोग राज्य सरकार और नाबार्ड के द्वारा की जाती है इस योजना से कृषको को मिलने वाले फायदे कुछ प्रकार से होंगे|
- किसानो की आय मैं बृद्धि होगी जिससे किसान और अधिक मेहनती बन पाएंगे
- नये तकनीकों के प्रयोग से उत्त्पादन मैं बृद्धि होगी
- पर्वतीय क्षेत्र के किसानो को सिचांई सुविधा उपलब्ध होगी
- जैवक खेती करने के लिए भी किसानो को प्रेरित किया जायेगा
6- मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2022
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना खास तौर पर महिलाओं के लिए बनाई गई है. जिससे सीधा लाभ यहाँ के महिलाओं को होगा. योजना की शुरुवात मुख्यमंत्री द्वारा की गई है योजना के अंतर्गत पहाड़ी महिलाओ को एक अच्छे दाम मैं पशुवो का चारा उपलब्ध कराया जायेगा| सरकार का मानना है की पहाड़ी क्षेत्र के महिलाओ को पालतू जानवरो के चारे के लिए जंगल मैं दूर दूर जाना पड़ता है जिससे महिलाये को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण महिलाये जंगल से चारा इक्क्ठा करने नहीं जा पाती है इसका सीधा असर दुग्ध उत्पादन पर पड़ता है|
इसलिए सरकार ने इन बातों को मद्द्यनजर रखते हुए महिलाओं के हित्त के लिए मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2022 की शुरुवात की जिसका मुख्या मकसद पशुओं के लिए पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करवाना है. इस योजना से होने वाले लाभ कुछ इस प्रकार से है|
- पशुओं के लिए पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करवाना है
- महिलाओ को चारा के लिए दूर दूर तक नहीं जाना पड़ेगा
- दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फ़ीसदी की वृद्धि भी होगी
- लगातार आ रही दुग्ध उत्पादन में कमी को भी दूर किया जा सकता है