उत्तराखंड भारत का 27 वां राज्य है उत्तराखंड राज्य की स्थापना सन 9 नवम्बर 2000 में हुई थी। उत्तराखंड राज्य में 13 जिले है। यह दो भागो में विभाजित है कुमाऊ मंडल व गढ़वाल मंडल। कुमाऊ मंडल के अंतर्गत 6 जिले व गढ़वाल मंडल में 7 जिले विध्यमान है उत्तराखंड में जनसख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला हरिद्वार व छेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला उत्तरकाशी है। उत्तराखंड अपने संस्कृति व धार्मिक परम्पराओ के लिए अधिक लोक प्रिय है उत्तराखंड में जिलों के नाम निम्न है।
उत्तराखंड के जिले
- नैनीताल
- अल्मोड़ा
- बागेश्वर
- चम्पावत
- पिथौरागड़
- उधम सिंह नगर
- देहरादून
- चमोली
- उत्तरकाशी
- पौड़ी गढ़वाल
- हरिद्वार
- रुद्रप्रयाग
- टिहरी गढ़वाल
नैनीताल
नैनीताल उत्तराखंड के प्रमुख जिलों में से एक है। पहाड़ों की खूबसूरत वादियों से घिरा नैनीताल भारत का एक प्रशिद्ध पर्यटन स्थल के लिए भी मशहूर है। ऊचें खूबसूरत पहाड़ों की तलहटी में बसा नैनीताल सुरम्य झीलों के आकर्षण का केंद्र है। कृषि प्रदान जिला होने के कारण ज्यादा तर निवासी कृषि पर निर्भर रहते है। जबकि पर्यटन भी आय का स्रोत है। जिले का कुल क्षेत्र फल 11.73 किमी० है जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की कुल जनसँख्या 41,377 है।
अल्मोड़ा
अल्मोड़ा उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है। अल्मोड़ा शहर घोड़े कि नाल के आकर का प्रदर्शित होता है यह शहर अपनी संस्कृति व व्यंजनों ,पौराणिक आभूषण ,एवं ठेठ कुमाउँनी के लिए प्रशिद्ध है। इस जिले का मुख्यालय अल्मोड़ा में ही स्थित है अल्मोड़ा को ताम्रनगरी भी कहाँ जाता है यहाँ ताम्बे व पीतल के बर्तनो का निर्माण किया जाता है यह समुन्द्र तल से 1,637 मी० ऊँचाई पर स्थित है।
बागेश्वर
बागेश्वर उत्तराखंड के सरयू व गोमती नदी के मिलान बिंदु पर स्थित है। यहाँ पौष-माघ में उत्तरायणी मेले समारोह का आयोजन किआ जाता है इस दौरान या समारोह मेला सम्पूर्ण माह तक चलता है जिसके दौरान यहां हजारो लोग मेला समारोह देखने के लिए आते है बागेश्वर अपने ग्लेश्यरो व धार्मिक स्थलों ,प्राकर्तिक सुंदरता के लिए प्रशिद्ध है। यह भारत देश कि राजधानी 450 किमी० व उत्तराखंड राज्य कि राजधानी देहरादून से 335 किलो मीटर कि दुरी पर स्थित है।
चम्पावत
यह जिला पर्वत व समतल मैदानी छेत्रो के मध्य में स्थित अपनी प्रकार्तिक सुंदरता के लिए विकसित है यह जनपद समुन्द्र तल से 1,616 मीटर कि ऊँचाई पर स्थित है। यह जनपद पूर्व समय में अल्मोड़ा के अंतर्गत विधमान था। जिसे सन 1972 के दौरान यह पिथौरागड़ के हिस्से के मध्य में आ गया था। जिसके दौरान 15 सितबर 1997 में चम्पावत को सवतंत्र जिला घोषित कर दिया गया। यह क्षेत्र पर्यटनो के लिए एक शानदार जगह है।
पिथौरागढ़
भारतीय राज्य उत्तराखंड का यह एक जनपद है जिसे पर्यटनो द्वारा छोटा कैलाश भी कहाँ जाता है। पिथौरागढ़राज्य यह माना जाता था कि जाता यह 6 से 7 तल थे जिससे वहाँ का जल सूखता गया और उस जगह पठारी भूमि कि सुरुवात हुई व तभी से इस पिथौरागढ़ माना जाने लगा। पिथौरागड़ राज्य का कुल क्षेत्रफल 53,483 किमी ² है |
उधम सिंह नगर
यह जनपद पहले जिला नैनीताल के अंतर्गत आता था जिसे 30 नवम्बर 1995 में अलग कर 2 ,908 किलो² के क्षेत्र विस्थापित कर जिला घोषित कर स्वर्गी उधम सिंह स्वतंत्रता सेनानी के नाम से रखा गया । जर्नल डायर को मार कर जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लिया। इस जिले का मुख्यालय रुद्रपुर में स्थित है। यहाँ के अधिकांश नागरी अधिकतम चावल ,गेहूं ,मक्का ,सोयाबीन एवम गन्ने कि खेती कर अपनी जरूरतमंद चीजों को पूरा करते है |
देहरादून
देहरादून उत्तराखंड राज्य की राजधानी है यह भारत के उत्तराखंड की सटिक पर्वतीय क्षेत्रों के खूबसूरत वाटियो में बसा हुआँ है। जिला देहरादून अपनी प्राकृतिक सुंदरता , संस्कृति ,शिक्षा एवं प्राचीन स्थापत्य ,मंदिर की लिए प्रशिद्ध है। यह जनपत भारत एक पषिद पर्यटन भी माना जाता है। देहरादून जिला का कुल क्षेत्रफल 196.5 किलो व जनसँख्या 16.96695 है।
चमोली
यह राज्य उत्तरखंड के बद्रीनाथ मार्ग व अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है यह चमोली जिला बर्फ से ढके हिमालय इलाको व प्राकर्तिक सुंदरता के लिए विक्षित है चमोली में फूलो की घाटी स्थित है। यह जनपद कई प्रकार के प्राचीन मंदिर व धार्मिक स्थल स्थित है यहाँ हर साल हजारो की संख्या में पर्यटन और श्रद्धालु का आगमन होता है यह जनपद चिपको आंदोलन से सम्बंधित है चमोली जिले का कुल क्षेत्रफल 8.033 किलो मीटर है।
उत्तरकाशी
उत्तरकाशी हिमालय पर्वत श्रृंखला पर बसा है यह जनपद गंगा यमुना के उद्गम स्थल पर स्थित है यहाँ हिन्दू सभ्यता के लोगो द्वारा तीर्थयात्रा की जाती है यहाँ भगवान विश्वनाथ का प्राचीन एवं धार्मिक स्थल स्थित है। उत्तरकाशी हिमालय में स्थित व हिमालय की तलहटी में गंगा व यमुना संगम जो की बहुत अधिक अदभुत दृश्य प्रदर्शित होता है उत्तरकाशी जिले में बहुत अधिक संख्या पर्यटन यहाँ की प्राकर्तिक सुंदरता हो देखाने आते है।
पौड़ी गढ़वाल
पौड़ी गढ़वाल जनपद गोलाकार का प्रदर्शित होता है यह समुन्द्र तल से 1,815 की उँचाई पर सहित है पौड़ी से हिमालय पर्वत बर्फ की चादर से ढका हुआ एक अतिसुन्दर दृश्य दिखाई देता है। पौड़ी गढ़वाल अनेक धार्मिक व पर्यटन स्थल में देखने को मिलते है जैसे- कंडोलिया मंदिर ,रांसी स्टेडियम , खिर्सू ,नाग मंदिर ,चौखंभा व्यू पॉइंट, कंकालेश्वर मंदिर ,पिकनिक स्पॉट्स इत्यादि |
हरिद्वार
उत्तराखंड राज्य के अंतर्गत तेरहा जिलों में से हरिद्वार जिले की अपनी अलग ही छवि है यह जनपद में हिन्दू सभय्ता के लोगो द्वारा पवित्र व तीर्थ स्थलो में से है यहाँ पारदेश्वर महदेव का भव्य मंदिर स्थापित है गोमुख (गंगोत्री हिमनद) जो की 3139 ऊंचाई पर स्थित है। गोमुख अपने उद्गम स्थल से 253 दुरी के पश्चत यह प्रथम मैदानी इलाके में प्रवेश करती है जीसे भक्तजनो द्वारा गंगाद्वार भी कहा जाता है यहाँ हर साल लाखो श्रद्धालु व भक्तजनो द्वारा आगमन होता है।
रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग का गठन 16 सितम्बर 1997 में किया गया था। रूद्रप्रयाग अलकनंदा व मंदाकनी दो नदियों के मिलन बिंदु पर स्थापित है इस जिले का कुल क्षेत्रफल 439 वर्ग किलो मीटर है रुद्रप्रयाग जनपद में पंचप्रयाग ,चार धम रोड ,शिव मंदिर ,के लिए जाना व पहचना जाता है यह समुन्द्र तल से 2,936 कि पर स्थित है सैलानियों द्वारा इस जनपद कि ओर अधिक आकर्षित होते है |
टिहरी गढ़वाल
टिहरी गढ़वाल हिम पर्वतों की चोटी से ढका हुआ एक जिला है जो की देखने में अत्यन्त सुंदर दिखाई देता है यहा बड़ी ही संख्या में पर्यटन घूमने के लिए आते है टिहरी गढ़वाल में एशिया का सबसे बड़ा बांध है। यह बांध गंगा नदी कि सहायक नदी पहली भागीरथी व दूसरी भीलांगना नदी पर स्थित है। यह अपने धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना जाता हैं।